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Bihar Board 10th Geography Objective: बिहार बोर्ड 10th भूगोल इकाई 9 प्राकृतिक आपदा एवं प्रबंधन : भूकंप एवम सुनामी (Natural Disaster and Management : Earthquake and Tsunami)

Q 1. ठोस भूपतल के अंदर का तापमान कितना है?

(A) 1000 से0 से अधिक

(B) 4000 से0 से अधिक

(C) 3000 से0 से अधिक

(D) कोई नही

उत्तर – A

Q 2. भूकंप और सुनामी की ऊर्जा तरंग की गहनता का मापन किस स्केल की मदद से होता है?

(A) मीटर

(B) थर्मोमीटर

(C) किलो

(D) रेक्टर

उत्तर – D

Q 3. भारत को कितने भूकंपीय क्षेत्रों में बाटा गया है?

(A) 3

(B) 5

(C) 6

(D) 8

उत्तर – B

Q 4. भारत के कौन से जोन में भूकंप का खतरा कम है?

(A) जोन 1

(B) जोन 2

(C) जोन 3

(D) जोन 4

उत्तर – A

Q 5. जोन 1 में भारत के कौन से क्षेत्र आते है?

(A) दक्षिणी पठारी

(B) तटीय मैदानी क्षेत्र

(C) गंगा सिंधु मैदान

(D) शिवालिक हिमालय

उत्तर – A

Q 6. जोन 2 में भारत के कौन से क्षेत्र आते है?

(A) दक्षिणी पठारी

(B) तटीय मैदानी क्षेत्र

(C) गंगा सिंधु मैदान

(D) शिवालिक हिमालय

उत्तर – B

Q 7. जोन 3 में भारत के कौन से क्षेत्र आते है?

(A) दक्षिणी पठारी

(B) तटीय मैदानी क्षेत्र

(C) गंगा सिंधु मैदान

(D) शिवालिक हिमालय

उत्तर – C

Q 8. जोन 4 में भारत के कौन से क्षेत्र आते है?

(A) दक्षिणी पठारी

(B) तटीय मैदानी क्षेत्र

(C) गंगा सिंधु मैदान

(D) शिवालिक हिमालय

उत्तर – D

Q 9. जोन 5 में भारत के कौन से क्षेत्र आते है?

(A) गुजरात का कच्छ क्षेत्र

(B) जम्मू कश्मीर

(C) हिमाचल प्रदेश

(D) सभी

उत्तर – D

Q 10. भूकंप के समय उठने वाले कपन को कितने भाग में बाटा गया है?

(A) 1

(B) 2

(C) 3

(D) 4

उत्तर – C

Q 11 . कौन सी भूकंपीय तरंग पृथ्वी की सतह पर सबसे पहले पहुंचा है?

(A) प्राथमिक

(B) द्वितीय

(C) दीर्घ

(D) कोई नही

उत्तर – A

Q 12. भुपतल पर वह केंद्र जहा भूकंप के तरंग का सर्वप्रथम अनुभव होता है?

(A) अधिकेंद्र

(B) भूकंप केंद्र

(C) पूर्व कम्पन

(D) कोई नही

उत्तर – A

Q 13. भूपताल के नीचे का वह स्थल जहा भूकंपीय कम्पन प्रारंभ होता है?

(A) अधिकेंद्र

(B) भूकंप केंद्र

(C) पूर्व कम्पन

(D) कोई नही

उत्तर – B

Q 14. महासागर के तली पर होनेवाले कम्पन को किस नाम से जाना जाता है?

(A) भूकंप

(B) चकरवात

(C) सुनामी

(D) कोई नही

उत्तर – C

Q 15. 26 दिसम्बर 2004 को विश्व के हिस्से में भयंकर सुनामी आई थी?

(A) पश्चिम एशिया

(B) प्रशांत महासागर

(C) अटलांटिक महासागर

(D) बंगाल को खड़ी

उत्तर – D

Q 16. भूकंप अथवा सुनामी से बचाव का इनमे से कौन सा तरीका सही नहीं है?

(A) भूकंप के पूर्वानुमान को गंभीरता से लेना

(B) भगवान भरोसे बैठे रहना

(C) भूकंप निरोधी भवन का निर्माण करना

(D) सभी

उत्तर – D

Subjective VVI Questions

Q1.भारत को प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित करते हुए सभी क्षेत्रों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।

उत्तर:

भारत को प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है जिससे भारत की भौगोलिक विभिन्नता और सांस्कृतिक विकास के विभिन्न पहलुओं को समझा जा सकता है। निम्नलिखित हैं भारत के प्रमुख क्षेत्र:

  1. उत्तर भारत: यह क्षेत्र हिमालय श्रृंखला और उसके नीचे के मैदानों से मिलकर बना हुआ है। यहां के पहाड़ों, झीलों और नदियों का तापमान मुख्य रूप से शीतल होता है। इस क्षेत्र में हिंदी, पंजाबी, उड़िया, बंगाली, राजस्थानी, उत्तर प्रदेशी आदि भाषाएं बोली जाती हैं।
  2. पश्चिमी भारत: यह क्षेत्र अरब सागर से लेकर विंध्याचल पर्वत श्रृंखला तक का क्षेत्र है। यहां प्रशांत महासागर का तापमान बहुत अधिक होता है जबकि पश्चिमी घाटों पर बरसात बहुत होती है। यह क्षेत्र हिंदी, गुजराती, मराठी, सिंधी, उर्दू, कश्मीरी आदि भाषाओं का घर है।
  3. दक्षिण भारत: यह क्षेत्र नीलगिरि, अरावली और विंध्याचल पर्वत श्रृंखला के नीचे का क्षेत्र है।

हालांकि, दक्षिण भारत का तापमान उत्तर भारत से बहुत अधिक होता है। यह क्षेत्र तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, बंगाली आदि भाषाओं की अनेक भाषाओं का घर है।

  1. पूर्वी भारत: यह क्षेत्र बंगाल की खाड़ी से असम तक का क्षेत्र है। यहां का तापमान उष्ण होता है। यहां वर्षा अधिक होती है जो इस क्षेत्र के समुद्री और नदी के घाटों की सब्जी उत्पादन में मदद करती है। यह क्षेत्र असमिया, मैथिली, ओड़िया, बंगाली आदि भाषाओं की अनेक भाषाओं का घर है।

इन स्थानों के बीच विभिन्नताओं का अनुभव और उनमें रहने वाले लोगों के अभिव्यक्ति में अनेक सांस्कृतिक विविधताएं देखी जा सकती हैं। इन क्षेत्रों के समूह में विभाजन, भौगोलिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से अधिक महत्वपूर्ण होते हुए इनकी जानकारी होना जरूरी है।

Q2.भूकंप एवम सुनामी के विनाशकारी प्रभाव से बचने के उपायों का वर्णन कीजिए।

उत्तर:

भूकंप और सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचने के उपाय निम्नलिखित हैं:

  1. नियमित अभ्यास: लोगों को भूकंप और सुनामी के लिए नियमित अभ्यास करना चाहिए। लोगों को अपने आस-पास के क्षेत्रों के लिए खतरनाक झीलों, नदियों और बारिश या बर्फ के अधिक वर्षा होने वाले क्षेत्रों को जानना चाहिए। इससे लोग जान सकते हैं कि कैसे उन्हें एक सुरक्षित स्थान में रहना होगा जब कुछ बुरा हो जाए।
  2. निर्माण तकनीक: लोगों को सुनामी और भूकंप के खतरे से बचने के लिए निर्माण तकनीक का उपयोग करना चाहिए। उचित निर्माण तकनीक जैसे कमजोर मजबूत भवन, जो भूकंपों और सुनामी के खतरों से सुरक्षा देते हैं।
  3. सुरक्षित स्थान: जब भूकंप या सुनामी आता है, तो लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए। उन्हें जल्द से जल्द उन्नत सुरक्षा साधनों का उपयोग करना चाहिए जैसे कि एक निर्मित इमारत के अंदर, उपयुक्त ऊँचाई पर या समुद्र तल से ऊपरी भूमि पर स्थान पर जाना चाहिए। लोगों को सुनामी से बचने के लिए ऊँची इमारतों, पहाड़ों, उच्चतम इमारतों या ऊपरी स्तरों पर जाना चाहिए। यदि लोग समुद्र तल से ऊपर रहते हैं, तो उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने से पहले उपयुक्त नौसेना संचार और उन्नत तकनीकों का उपयोग करना चाहिए।

Q3. सुनामी से आप क्या समझते है? सुनामी से बचाव के उपायों का उल्लेख करे।

उत्तर:

नामी एक बड़ी प्राकृतिक आपदा है जो जलमग्न भूमि के नीचे दबी हुई ऊंची तटरेखा वाली क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाती है। यह एक बड़ी लहर या उच्च तट लहर होती है, जो बहुत उच्च तेज़ गति से समुद्र के तल से ऊपर उठती है। इस उच्च तट लहर के साथ गति में शामिल जल भी सुनामी के साथ आता है जो अधिकतर क्षेत्रों में अत्यधिक नुकसान पहुंचाता है।

सुनामी से बचाव के उपाय निम्नलिखित हैं:

  1. सुरक्षा नियमों का पालन करें: सुनामी के मुख्य नियमों में समुद्र तट से दूरी रखना, समुद्र तट विकास के दौरान उच्च तटरेखा के साथ खेलना और निरीक्षण करने जैसे बचाव के लिए जांच जारी रखना शामिल हैं।
  2. सुनामी चेतावनी प्रणाली: सुनामी चेतावनी प्रणाली का उपयोग करना, जो समुद्र तटों के साथ संचालित किया जाता है। यह तटरेखा के निकट समुद्र तट क्षेत्रों में संचालित होता है जिससे आगामी सुनामी से पहले समुद्र तट क्षेत्र में सुधार करने क

सकता है। इस प्रणाली के द्वारा, समुद्र तट राज्यों में स्थापित अलर्ट सिस्टम होता है जो सुनामी के आने के लिए चेतावनी जारी करता है।

  1. उच्च स्थानों पर सुरक्षा निर्माण: समुद्र तट के पास उच्च चढ़ाव पर भवनों और इमारतों का निर्माण करना जो सुरक्षित हों और सुनामी से बचाने में मदद करें।
  2. जनता के लिए जागरूकता फैलाना: लोगों को सुनामी से बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें सुनामी के संकेतों की जानकारी देनी चाहिए जैसे जल स्तर की ऊंचाई या समुद्र तट के तट से कितनी दूरी है। इसके अलावा, उन्हें बताया जाना चाहिए कि सुनामी के आने पर कैसे आप अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं।
  3. सुनामी के प्रभाव से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना: जब सुनामी के आने का संकेत मिलता है, तो लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना चाहिए। सुरक्षित स्थानों में ऊँचाई पर होना चाहिए

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