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Bihar Board 10th Economics Objective: बिहार बोर्ड 10th अर्थशास्त्र Chapter  7 उपभोगकता जागरण एवं संरक्षण

Q 1. ग्राहक हमारी दुकान में आनेवाले सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है। वह हम पर निर्भर नहीं हम उन पर निर्भर हैं। यह किसने कहा है?

(A) mahatma गांधी

(B) नेहरू

(C) नरेंद्र मोदी

(D) कोई नही

उत्तर – A

Q 2. अगर उपभोग्ता समान खरीदता है और वह समान खराब निकलता है, तो वह कहा शिकायत दर्ज कर सकता है?

(A) थाना

(B) उपभोगत्ता केंद्र

(C) बैंक

(D) कोई नही

उत्तर – B

Q 3. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम कब लाया गया?

(A) 1987

(B)1978

(C)1986

(D)1970

उत्तर -C

Q 4. उपभोक्ता का प्रथम अधिकार कौन सा है?

(A) सुरक्षा का अधिकार

(B) सूचना पाने का अधिकार

(C) चुनाव या पसंद करने का अधिकार

(D) सुनवाई का अधिकार

उत्तर – A

Q 5. उपभोक्ता के अधिकार को रक्षा के लिए किसकी स्थापना की गई?

(A) केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण परिषद

(B) राज्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद

(C) दोनो

(D) कोई नही

उत्तर – C

Q 6. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत उपभोक्ताओं को उनकी शिकायत के निवारण के लिए कितने स्तर पर व्यवस्था की गई है?

(A) 1

(B) 2

(C) 3

(D) 4

उत्तर – C

Q 7. इनमे से कौन सा स्तर उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत उपभोक्ता के शिकायत निवारण के लिए बनाई गई है?

(A) राष्ट्रीय आयोग

(B) राज्य स्तरीय आयोग

(C) जिला मंच

(D) सभी

उत्तर – D

Q 8. अगर उपभोक्ता राष्ट्रीय फोरम से संतुष्ट नहीं है तो वह कहा अपील कर सकता है?

(A) थाना

(B) बैंक

(C) सुप्रीम कोर्ट

(D) कोई नही

उत्तर – C

Q 9. भारत में कितने जिला फोरम हैं?

(A) 582

(B) 890

(C) 455

(D)432

उत्तर – A

Q 10. भारत में कितने राज्य आयोग हैं?

(A) 43

(B)56

(C)35

(D) कोई नही

उत्तर – C

Q 11 . यदि किसी वस्तु का मूल्य 20 लाख से कम है तो वह कहा शिकायत कर सकता है?

(A) जिला फोरम

(B) राज्य आयोग

(C)राष्ट्र आयोग

(D) थाना

उत्तर – A

Q 12. यदि किसी वस्तु का मूल्य 20 लाख से ऊपर और 1 करोड़ से कम है तो वह कहा शिकायत कर सकता है?

(A) जिला फोरम

(B) राज्य आयोग

(C)राष्ट्र आयोग

(D) थाना

उत्तर – B

Q 13. यदि किसी वस्तु का मूल्य 1 करोड़ से ऊपर है तो वह कहा शिकायत कर सकता है?

(A) जिला फोरम

(B) राज्य आयोग

(C)राष्ट्र आयोग

(D) थाना

उत्तर – C

Q 14. मानवीय अधिकारों को रक्षा और उनके अधिकार से संबंधित हितो के लिए कौन सुरक्षा प्रदान करती है?

(A) थाना

(B) हॉस्पिटल

(C) बैंक

(D) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

उत्तर – D

Q 15. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष कौन होते हैं?

(A) मैनेजर

(B) दरोगा

(C) सुप्रीम कोर्ट के अवकाश प्राप्त प्रधान न्यायाधीश

(D) मुखिया

उत्तर – C

Q 16. महिलाओं पर शोषण के लिए किस चीज का गठन किया गया है?

(A) राष्ट्रीय महिला आयोग

(B) राज्य महिला आयोग

(C) दोनों

(D) कोई नही

उत्तर – C

Q 17. सूचना का अधिकार के लिए क्या चीज का गठन किया गया है?

(A) राष्ट्रीय सूचना आयोग

(B) राज्य सूचना आयोग

(C) दोनो

(D) कोई नही

उत्तर – C

Subjective VVI Questions

Q1.भारत में उपभोगता के कौन कौन अधिकार है? प्रत्येक अधिकार को उदाहरण सहित बताए।

उत्तर :

भारत में उपभोगता के कई अधिकार होते हैं। कुछ मुख्य अधिकार निम्नलिखित हैं:

  1. उत्पादों और सेवाओं की सुरक्षा: उपभोगता के लिए उत्पादों और सेवाओं की सुरक्षा के लिए कई विधेयक हैं, जैसे वाणिज्य उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 और खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006। ये अधिनियम उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं।
  2. मूल्य निर्धारण: उपभोगता के लिए मूल्य निर्धारण एक महत्वपूर्ण अधिकार है। भारत में मूल्य निर्धारण न्यायालय द्वारा किया जाता है।
  3. उत्पाद के विरोधी चर्चा अधिकार: यदि उत्पाद में कोई गंभीर अवधारणा होती है, तो उपभोक्ता के पास उत्पाद के विरोधी चर्चा का अधिकार होता है। यह सभी उत्पादों के लिए नहीं होता है, लेकिन कुछ उत्पादों के लिए होता है जैसे कि लोअर मार्क उत्पाद अधिनियम और एयरलाइन में विरोधी चर्चा अधिनियम।
  1. उत्पादों की वारंटी और वसूली के अधिकार: उपभोक्ताओं को उत्पादों की वारंटी और वसूली के अधिकार होते हैं। उत्पाद की वारंटी उत्पाद के विक्रेता द्वारा दी जाती है, जो उत्पाद के नुकसान या खराब होने के मामले में उपभोक्ता को अपनी उपलब्धियों की गारंटी देता है। उत्पाद की वसूली उपभोक्ता द्वारा की जाती है जब उत्पाद खराब होता है या उसमें कोई दोष होता है और विक्रेता उत्पाद को ठीक करने में असमर्थ होता है।
  2. विनियमन और शिकायत दर्ज करने का अधिकार: उपभोक्ताओं को उत्पादों और सेवाओं के विनियमन और उनसे जुड़ी शिकायतों के दर्ज करने का अधिकार होता है। उपभोक्ता अधिकार न्यायालय, राष्ट्रीय उपभोक्ता फोरम, राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार आयोग और शिकायत पोर्टल जैसी विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं।
  1. सुरक्षित और स्वस्थ उत्पादों का अधिकार: उपभोक्ताओं को सुरक्षित और स्वस्थ उत्पादों का अधिकार होता है। इसका मतलब है कि उत्पादों के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए और वे संभवतः हानिकारक या घातक नहीं होने चाहिए।
  2. विज्ञापन और मार्केटिंग से संबंधित अधिकार: उपभोक्ताओं को सच्ची विज्ञापन और मार्केटिंग से संबंधित अधिकार होते हैं। यह मतलब है कि उत्पादों को सही ढंग से विज्ञापित किया जाना चाहिए और किसी भ्रम या धोखे के आधार पर उपभोक्ता को उल्लुखित उत्पादों को खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है।
  3. संबंधित सेवाओं का अधिकार: उपभोक्ताओं को संबंधित सेवाओं का अधिकार होता है, जो उत्पादों से संबंधित होते हैं। उदाहरण के लिए, एक उपभोक्ता को उत्पाद खरीदने के बाद उसे अपनी वेबसाइट पर ऑनलाइन वित्तीय सेवा के माध्यम से भुगतान करने के लिए ऑप्शन दिया जाना चाहिए।

Q2.उपभोक्ता कौन है?

उत्तर : उपभोक्ता एक व्यक्ति होता है जो उत्पाद या सेवाओं का उपयोग करता है या उन्हें खरीदता है। यह व्यक्ति उत्पाद या सेवाओं के खरीदार होता है जो वस्तुओं या सेवाओं के लिए भुगतान करता है और अपने अधिकारों को संरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा स्थापित नियमों का लाभ उठाता है। उपभोक्ताओं को उत्पाद और सेवाओं की गुणवत्ता, मूल्य, संभावित नुकसान और संबंधित सेवाओं के अधिकारों के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए।

Q3.मानवाधिकार अधिकार के महत्व पर लिखे।

उत्तर :

मानवाधिकार एक बुनियादी मूल्य हैं जो सभी मानवों को जन्म से ही प्राप्त होते हैं। ये अधिकार व्यक्ति की स्वतंत्रता, समानता और गौरव के मूल्यों पर आधारित होते हैं। मानवाधिकारों का समूह बहुत व्यापक होता है और इसमें अधिकारों के लिए न्याय, स्वतंत्रता, जीवन और स्वास्थ्य, शिक्षा, संगठन, धर्म, संचार, विश्राम, खान-पान, निजता और विवाह की व्यवस्था शामिल होती हैं।

मानवाधिकारों के महत्व कुछ इस प्रकार हैं:

  1. समानता के मूल्य: मानवाधिकारों की एक बहुत बड़ी उपयोगिता यह है कि इन्हें समानता के मूल्यों पर आधारित होते हुए संरक्षित किया जाता है। यह सभी लोगों के लिए अनुचित विभेद के खिलाफ लड़ने की ताकत प्रदान करता है।
  2. स्वतंत्रता के मूल्य: मानवाधिकार व्यक्ति की स्वतंत्रता के मूल्यों को संरक्षित करते हैं। यह व्यक्ति की आज़ादी और अधिकारों को संरक्षित करता है और उन्हें अनुचित नस्लभेद, न्यायहीनता और उत्पीड़न से बचाता है।
  1. न्याय के मूल्य: मानवाधिकार न्याय के मूल्यों को भी संरक्षित करते हैं। ये उन अधिकारों को संरक्षित करते हैं जिन्हें न्यायपूर्ण तरीके से लागू किया जाना चाहिए, जैसे कि उचित मुकदमेबाजी, अनुचित हिरासत, शासन और न्यायाधीशों के अधिकारों का पालन।
  2. जीवन और स्वास्थ्य के मूल्य: मानवाधिकार व्यक्ति के जीवन और स्वास्थ्य के मूल्यों को भी संरक्षित करते हैं। ये अधिकार उन्हें रोगों से बचाने, अनुचित तरीके से हिरासत में न रखने, जीवन रक्षा और न्यूनतम रोजगार के अधिकार जैसे विषयों को संरक्षित करते हैं।
  3. संगठन और विश्राम के मूल्य: मानवाधिकार संगठन और विश्राम के मूल्यों को भी संरक्षित करते हैं। ये उन्हें मनोरंजन, जनसंचार और अन्य जीवन के स्तरों से बंधनों से मुक्ति देते हैं।

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